क्रोनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (COPD): घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज

परहेज और आहार

लेने योग्य आहार
  • कम वसा प्रोटीन युक्त आहार जैसे माँस पतले टुकड़े, पोल्ट्री और मछली।
  • साबुत अनाज के आहार जैसे होल ग्रेन ब्रेड, चोकर, भूरा चावल, और ओट्स। ये आहार रेशे से भरपूर होते हैं, जो पाचन तंत्र की कार्यप्रणाली को उन्नत करने में सहायक होते हैं।
  • ताजे फल और सब्जियाँ। इनमें आवश्यक विटामिन्स, खनिज और रेशे होते हैं, जो आपके शरीर को स्वस्थ बनाए रखने में सहायक होते हैं।
  • वे आहार जिनमें पोटैशियम का स्तर अधिक होता है जिनमें संतरे, टमाटर, अस्पार्गस, और आलू आते हैं।
इनसे परहेज करें
  • सेब, एवोकेडो, तरबूज और खरबूज, ब्रसेल्स स्प्राउट्स, पत्तागोभी, फूलगोभी, मक्का, मटर, मिर्च, सोयाबीन और दालें पेट फूलना और गैस उत्पन्न करती हैं, जो सीओपीडी से ग्रस्त लोगों में श्वसन की समस्या उत्पन्न करता है।
  • डेरी उत्पाद जैसे दूध और पनीर, चॉकलेट्स, तले हुए आहार।
  • कैफीनयुक्त पेय जैसे कॉफ़ी, चाय, सोड़ा।

योग और व्यायाम

  • पैदल चलना व्यायाम के सर्वोत्तम तरीकों में से है।
  • स्ट्रेचिंग- स्ट्रेचिंग आपको विश्रांति देती है और आपके लचीलेपन को बढ़ाती है। यह व्यायाम शुरू करने के पहले वार्म अप के लिए और बाद में शांति और विश्राम हेतु भी बढ़िया होता है।
  • एरोबिक व्यायाम- एरोबिक व्यायाम ह्रदय और सम्बंधित तंत्र के सुचारू होने को बढ़ाते हैं, और आपके शरीर को अधिक दक्षता से ऑक्सीजन का प्रयोग करना सुगम बनाते हैं। तैरना, पैदल चलना, सीढ़ियाँ चढ़ना, और नृत्य करना ये सभी उत्तम एरोबिक व्यायाम हैं।
  • प्रतिरोधी प्रक्षिक्षण- हलके वजनों के साथ व्यायाम करना मजबूती और क्षमता बढ़ाने का उचित तरीका है।

प्राणायाम की श्वास तकनीकें श्वसन तंत्र को मजबूत करके श्वसनहीनता के लक्षणों को नियंत्रित करने में आपकी सहायता करती हैं। निम्नलिखित योगासन सीओपीडी से ग्रस्त व्यक्तियों को मजबूत करके और लचीलेपन को बढ़ाकर उनकी सहायता करते हैं:

  • पर्वतासन
  • खड़े होकर पीठ झुकाना।
  • बैठकर सामने की तरफ झुकना।
  • खड़े होकर दाएँ- बाएँ झुकना।

संगीत और ध्यान

शांति से बैठें और अपनी श्वास को गिनें, यह विश्रांति पाने का सर्वोत्तम तरीका है।

घरेलू उपाय (उपचार)

  • आपके फेफड़ों को उत्तेजित करने वाली वस्तुएं ना लें जैसे धुआं और वायु प्रदूषण।
  • अपने घर में वायु स्वच्छक का प्रयोग करें।
  • जितना हो सके उतना सबल बने रहने के लिए नियमित व्यायाम करें।
  • अपनी शक्ति को बनाए रखने के लिए उचित प्रकार से आहार लें।




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