पेन्क्रियाटाइटिस: रोकथाम और जटिलताएं

रोकथाम (बचाव)

  • धूम्रपान और शराब का सेवन ना करें।
  • उचित वजन बनाए रखें।

ध्यान देने की बातें

एक्यूट (तीव्र) पेन्क्रियाटाइटिस
  • निर्जलीकरण (शरीर में पानी की मात्रा कम हो जाना)।
  • निम्न रक्तचाप।
  • हृदय और गुर्दे के कार्य का बंद होना।
क्रोनिक (दीर्घ) पेन्क्रियाटाइटिस
  • कमजोर पाचन जो कुपोषण तक जाता है।

डॉक्टर को कब दिखाएँ

अपने डॉक्टर से संपर्क करें यदि आपको लगातार पेटदर्द, मतली और उल्टी, बुखार, पेट फूलना जैसे लक्षण हैं।



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