प्रुराइटस वल्वा (योनि पर खुजली): प्रमुख जानकारी और निदान

प्रुराइटस वल्वा (योनि पर खुजली) क्या है?

प्रुराइटस वल्वा अर्थात खुजलीयुक्त वल्वा। वल्वा योनि के बिलकुल बाहरी हिस्से की त्वचा के क्षेत्र को कहते हैं। अधिकतर महिलाओं को समय समय पर वल्वा पर हलकी खुजली होती है। प्रुराइटस वल्वा योनि की त्वचा और आसपास के क्षेत्र (वल्वा) की खुजली और असहज उत्तेजना है।
खुजली लगातार होती है और परेशानी उत्पन्न करती है। खुजली खासकर रात को बदतर हो जाती है और आपकी नींद में व्यवधान उत्पन्न करती है।

रोग अवधि

आमतौर पर यह कुछ दिनों में चला जाता है, गंभीर होने की स्थिति में उचित उपचार 1-2 सप्ताहों में आराम प्रदान करता है।

जाँच और परीक्षण

रोग के मूल का निर्धारण करने के लिए डॉक्टर वल्वा का निरीक्षण कर सकते हैं और लक्षणों के बारे में पूछ सकते हैं। वे विभिन्न तरह की भीतरी संक्रमणों की जाँच हेतु रक्त, मूत्र, या त्वचा के नमूनों के परीक्षण हेतु कह सकते हैं।

डॉक्टर द्वारा आम सवालों के जवाब

1. प्रुराइटस वल्वा क्या है?
प्रुराइटस वल्वा अर्थात खुजलीयुक्त वल्वा। वल्वा योनि के बिलकुल बाहरी हिस्से की त्वचा के क्षेत्र को कहते हैं। अधिकतर महिलाओं को समय समय पर वल्वा पर हलकी खुजली होती है। प्रुराइटस वल्वा योनि की त्वचा और आसपास के क्षेत्र (वल्वा) की खुजली और असहज उत्तेजना है। खुजली लगातार होती है और परेशानी उत्पन्न करती है। खुजली खासकर रात को बदतर हो जाती है और आपकी नींद में व्यवधान उत्पन्न करती है।

2. क्या यह स्थिति कैंसर तक जा सकती है?
वल्वा की त्वचा पर कैंसर होना एक असामान्य बात है। आमतौर पर इस तरह के मामलों में छोटी गठान या उभार उपस्थित होता है।

3. गर्भावस्था या रजोनिवृत्ति के समय प्रुराइटस के अवसर अधिक क्यों होते हैं?
रजोनिवृत्ति में, एस्ट्रोजन के घटे हुए स्तर के कारण, वल्वा की त्वचा पतली और शुष्क हो जाती है और इसके कारण खुजली होने की संभावना बढ़ जाती है। गर्भावस्था के दौरान वल्वा की त्वचा में भराव या फुलाव होता है और साथ ही योनि स्राव की अधिकता भी होती है जो दबाव उत्पन्न करती है और खुजली पैदा हो सकती है।

4.प्रुराइटस वल्वा होने की स्थिति में व्यक्ति को क्या करना चाहिए?
सूती अंतर्वस्त्र पहनें। क्षेत्र को जितना हो सके शुष्क और ठंडा रखें। ढीले कपड़े पहनें।
खुजली के क्षेत्र को रगड़ें नहीं। रगड़ने से उत्तेजना और पीड़ा बढ़ जाते है। मूत्रत्याग अथवा मलत्याग के बाद, जननांगों के क्षेत्र को अवशोषक रुई या कीटाणुरोधी वाइप्स से साफ करें। सामने से पीछे (योनि से गुदा) की तरफ साफ़ करें। जब तक विकार ठीक ना हो जाए, मासिक चक्र के दौरान सेनेटरी नैपकिन के स्थान पर रुई के फाहे का प्रयोग करें। खुजली को शांत करने के लिए दिन में कई बार गर्म (कुनकुना, उबलता नहीं) पानी के टब में बैठें।
खुजाएँ या रगड़ें नहीं, ये केवल समस्या को बढ़ाता है।

5. व्यक्ति को डॉक्टर से तुरंत संपर्क कब करना चाहिए?
डॉक्टर से संपर्क करें यदि आपको योनि में तीव्र खुजली और उत्तेजना है और एक सप्ताह बाद भी लक्षणों में सुधार नहीं है। पेल्विक क्षेत्र में या पेट के निचले हिस्से में दर्द है या बुखार है या आपकी योनि पर या वल्वा पर फफोले या छाले हो गए हैं या योनि और वल्वा के क्षेत्र के आसपास में`पीड़ा और लाल निशानों के साथ सूजन या योनि से दुर्गन्धयुक्त स्राव आदि इन सभी को नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए।





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