ओटोस्क्लेरोसिस (कान में हड्डी): प्रमुख जानकारी और निदान

ओटोस्क्लेरोसिस (कान में हड्डी) क्या है?

ओटोस्क्लेरोसिस शब्द, ओटो अर्थात कान और स्क्लेरोसिस अर्थात शरीर के ऊतकों का असामान्य कड़ापन, से मिलकर बना है। यह स्थिति कान के मध्य हिस्से में असामान्य रूप से हड्डी के बढ़ने पर निर्भर करती है।
कान के मध्य हिस्से में असामान्य रूप से हड्डी का उत्पन्न होना (ध्वनि तरंगों को प्रवर्धित करने वाली) सूक्ष्म हड्डियों को कम्पन करने से रोक देता है। इसके कारण सुनाई देने की क्षमता में संवहन सम्बन्धी हानि होती है, क्योंकि ध्वनि तरंगें भीतरी कान तक नहीं पहुँच पाती।

रोग अवधि

बिना उपचार के ओटोस्क्लेरोसिस बदतर होता जाता है। शल्यक्रिया आपकी श्रवण शक्ति का कुछ हिस्सा बहाल कर देती है। शल्यक्रिया द्वारा उत्पन्न दर्द और चक्कर आना कुछ सप्ताहों में चले जाते हैं।

जाँच और परीक्षण

डॉक्टर आपके कान में ऑरिस्कोप की सहायता से भीतर देखते हैं। यदि आपको कान का दर्द हो तो यह सबसे सामान्य उपकरण है जिसकी सहायता से कान के भीतर देखा जाता है। कान सम्बन्धी जाँचों में सुनने की संवेदनशीलता सम्बन्धी परीक्षण (ऑडियोग्राम) और मध्य कान में ध्वनि संवहन (टिम्पेनोग्राम) और कभी-कभी, आकृति संबंधी परीक्षण जैसे सीटी स्कैन आदि रोग निर्धारण हेतु किये जाते हैं।

डॉक्टर द्वारा आम सवालों के जवाब

1. ओटोस्क्लेरोसिस क्या है?
ओटोस्क्लेरोसिस शब्द, ओटो अर्थात कान और स्क्लेरोसिस अर्थात शरीर के ऊतकों का असामान्य कड़ापन, से मिलकर बना है। यह स्थिति कान के मध्य हिस्से में असामान्य रूप से हड्डी के बढ़ने पर निर्भर करती है।

2. ओटोस्क्लेरोसिस कैसे होता है?
कान के मध्य हिस्से में असामान्य रूप से हड्डी का उत्पन्न होना (ध्वनि तरंगों को प्रवर्धित करने वाली) सूक्ष्म हड्डियों को कम्पन करने से रोक देता है। इसके कारण सुनाई देने की क्षमता में संवहन सम्बन्धी हानि होती है, क्योंकि ध्वनि तरंगें भीतरी कान तक नहीं पहुँच पाती।

3. इस स्थिति से पीड़ित होने पर व्यक्ति को क्या करना चाहिए?
व्यक्ति को नाक जोर से छिड़कना, ठन्डे तापमान में रहना, हवा के दबाव में परिवर्तन वाली स्थितियों (हवाई यात्रा या स्कूबा डाइविंग) में नहीं जाना, रोगग्रस्त व्यक्तियों से दूरी रखकर स्वयं के लिए ऊपरी श्वसन तंत्र के संक्रमण उत्पन्न करने से बचना चाहिए।

4. व्यक्ति को डॉक्टर से संपर्क कब करना चाहिए?
यदि आपको कान में तीव्र दर्द, श्रवण शक्ति की हानि, चक्कर आना, या संतुलन सम्बन्धी अन्य समस्या है। शल्यक्रिया के बाद कान में संक्रमण, चक्कर आना, दर्द या खून का थक्का जमना आदि है तो डॉक्टर से संपर्क करें।

5. क्या ओटोस्क्लेरोसिस गर्भावस्था से सम्बंधित है?
गर्भावस्था के दौरान संभवतः ओटोस्क्लेरोसिस सबसे पहले उपस्थित हो सकता है। कई महिलाएँ अनुभव करती हैं कि उनकी गर्भावस्था के दौरान उनके सुनने की क्षमता कम हो गई है। यह ओटोस्क्लेरोटिक हड्डी पर हार्मोन के प्रभाव के कारण होता है।

 
कान में हड्डी का बढ़ना, मध्य कान का दर्द, कान का रोग, ओटोस्क्लेरोसिस, श्रवण शक्ति की हानि, कान में हड्डी का सख्त होना, चक्कर आना, कान में घंटी की आवाज सुनाई देना, कान का दर्द, ओटोस्क्लेरोसिस (कान में हड्डी) डॉक्टर सलाह, kan me haddi rog, kan me haddi kya hai?, kan me haddi in hindi, Otosclerosis in hindi, Otosclerosis treatment in hindi,

One thought on “ओटोस्क्लेरोसिस (कान में हड्डी): प्रमुख जानकारी और निदान

Comments are closed.