फ्लू: प्रमुख जानकारी और निदान

फ्लू क्या है?

फ्लू श्वसन तंत्र (नाक, गले और फेफड़ों) का संक्रमण है। यह आसानी से फैलता है।

रोग अवधि

अधिकतर लोग दो से सात दिनों में पूरी तरह ठीक हो जाते हैं। अन्य लक्षणों के चले जाने के बाद के एक सप्ताह या अधिक तक खाँसी रह सकती है।

जाँच और परीक्षण

रोग का निर्धारण लक्षणों के परीक्षण द्वारा होता है। फ्लू के निर्धारण हेतु एक जाँच होती है। यह नाक या गले से रुई का फाहा लेकर की जाती है, वैसे इसकी सलाह बहुत कम ही दी जाती है।

डॉक्टर द्वारा आम सवालों के जवाब

1. फ्लू क्या है?
फ्लू इन्फ्लुएंजा वायरस द्वारा उत्पन्न श्वसन तंत्र का अत्यंत संक्रामक रोग है जो नाक, गले और फेफड़ों को प्रभावित करता है।

2. रोगी को डॉक्टर से कब संपर्क करना चाहिए?
रोगी को डॉक्टर से तब मिलना चाहिए जब घाव के निशान, त्वचा का नीला रंग, कान में दर्द या अतिसार हो जाए।

3. फ्लू की समस्याएँ क्या हैं?
फ्लू की समस्याओं में तेज बुखार, या घाव के साथ बुखार, साँस लेने में कठिनाई या साँस तेज चलना, त्वचा का रंग नीला होना और माँसपेशियों में दर्द खासकर पीठ, भुजाओं और पैरों में दर्द आदि हैं।

4. कोई व्यक्ति फ्लू को कैसे रोक सकता है?
व्यक्ति स्वयं के टीकाकरण द्वारा फ्लू को रोक सकता है। शौचालय के प्रयोग के बाद, खाँसने या छींकने के बाद, और भोजन के पहले अपने हाथों को साबुन से अच्छी प्रकार धोएँ और शेष समय में भी नियमित धोते रहें। उपयोग किये हुए टिश्यू पेपर का प्रयोग ना करें। कप और भोजन के बर्तनों का बांटकर इस्तेमाल ना करें। जब आप खांसे या छींकें तो अपने मुँह और नाक को टिश्यू से ढँक लें।

5. मुझे प्रतिवर्ष फ्लू का टीका लगवाने की जरूरत क्यों है?
फ्लू का टीका प्रतिवर्ष इसलिए जरूरी है क्योंकि फ्लू का वायरस लगातार परिवर्तित होता रहता है। हर साल नए फ्लू वायरस का उत्पन्न होना कोई आश्चर्य की बात नहीं है। फ्लू का टीका प्रतिवर्ष वायरस के बदलाव अनुसार संयोजित किया जाता है। इसके साथ ही, भिन्न मौसमों, वैक्सीन के विभिन्न प्रकारों और इन्फ्लुएंजा के उप प्रकारों पर किये गए कई विभिन्न शोध बताते हैं कि इन्फ्लुएंजा वायरस के लिए शरीर की प्रतिरोधक शक्ति (चाहे वह प्राकृतिक संक्रमण से उत्पन्न हुई हो या टीके द्वारा) समय के साथ घटती जाती है। प्रत्येक वर्ष प्रतिरक्षित होने से फ्लू के पूरे मौसम के दौरान इन्फ्लुएंजा वायरस से सर्वोत्तम सुरक्षा मिलती है।






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